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लम्बे इंतजार के बाद NH-31 पर कार्य प्रारंभ

गाजीपुर:करीब सात वर्षों के इंतजार के बाद एनएच 31 का पुनर्निर्माण शुरू हुआ है लेकिन साथ ही मानक के विपरीत कार्य को लेकर आवाज भी उठने लगे हैं। एनएचएआई की ओर से प्रति किलोमीटर 98 लाख की धनराशि स्वीकृत है। लेकिन कार्यदाई एजेंसी की ओर से हल्का लेपन किया जा रहा है। इतना ही नहीं पिछले टेंडर के सापेक्ष 15 करोड़ की धनराशि भी बढ़ी है लेकिन धरातल कार्य एक बार फिर पहले की ही तरह मनमानी की जा रही है। कुछ दिनों पहले बैरिया क्षेत्र में घटिया गिट्टी गिराने का मामला सामने आया था। इसके बाद फेफना में बनी सड़क दूसरे दिन ही टूट गई।
पिछले सात वर्षों से एनएच 31 की दशा बदहाल है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जून 2020 में गाजीपुर से मांझी तक 102 करोड़ का टेंडर हुआ जिसे जयपुर की कंपनी कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर को आंवटित किया गया था। कार्य पूर्ण करने की अवधि एक साल थी। करीब एक साल बाद बैरिया से मांझी घाट तक के लिए कार्य शुरू हुआ भी, लेकिन अधूरा छोड़ दिया गया। बैरिया में करीब 20 किमी की दूूरी में मरम्मत कार्य कराया गया लेकिन वह भी मानक पर खरा नहीं उतरा। इसके बाद एनएचएआई के अधिकारियों ने एजेंसी को टर्मिनेट कर नए सिरे से दिसंबर 2021 में टेंडर प्रक्रिया पूरी की। इस बार विभाग ने गाजीपुर से मांझी घाट तक की दूरी को तीन भाग में बांटा। कुल 115 किलोमीटर की सड़क में गाजीपुर से फेफना तक 60 किलोमीटर, फेफना से चिरैयामोड़ तक 45 किलोमीटर और चिरैया मोड़ से मांझी के जयप्रभा सेतु तक 16 किलोमीटर के कार्य को अलग-अलग तीन एजेंसियों को आवंटित किया। कुल 117 करोड़ रुपये का टेंडर आवंटित है। तीनों एजेंसियों को कार्य पूरा करने की समय सीमा छह माह निर्धारित की गई है। जब काम शुरु हुआ तो कहीं घटिया गिट्टी तो कहीं मनमाने तरीके से पैचिंग का काम किया जाने लगा। बैरिया में गिराई गई गिट्टी को एनएचएआई के अधिकारियों ने भी मानक के विपरीत माना और प्रयोग नहीं करने को कहा। कुछ दिनों पहले फेफना में सड़क बनने के दूसरे दिन उखड़ गई। इससे सड़क के घटिया निर्माण को लेकर आवाज उठने लगे हैं।

नई सड़क निर्माण के बराबर है एनएच 31 के मरम्मत कार्य का टेंडर ,लोक निर्माण विभाग की ओर से निर्धारित मानक को देखें तो एक किलोमीटर की लंबाई व 3.75 मीटर चौड़ाई आकार के सीसी रोड बनाने में अनुमानित 1.20 करोड़ खर्च आएगा। इसी तरह एक किलोमीटर की लंबाई व 3.75 मीटर चौड़ाई आकार के डामरीकरण रोड बनाने में अनुमानित 60 लाख खर्च आएगा। एनएच 31 की चौड़ाई कुल सात मीटर की है और प्रति किलोमीटर 98 लाख का टेंडर स्वीकृत है। इसके बावजूद सड़क पर कहीं केवल पैच रिपेयर तो कहीं केवल हलका लेपन किया जा रहा है जो दूसरे दिन ही टूट जा रहे हैं। इससे साफ है एनएच 31 पुर्ननिर्माण में बड़े पैमाने पर खेल किया जा रहा है।सूत्र:अमर उजाला