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अद्भुत! पांचों वक्त के नमाजी कमल चंद शबरी की भूमिका में।

मनिहारी क्षेत्र के यूसुफपुर ग्राम की प्राचीन रामलीला में रविवार को शबरी के रूप में पांचों वक्त का नमाज पढ़ने वाले कमल चन्द ने शानदार प्रदर्शन किया। प्रभु राम के आने पर
(प्रेमवाँ के बस भगवान, शबरी गृह आए) गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। भगवान रामचंद्र की भूमिका निभा रहे राजेश्वर ने शबरी को नवधा भक्ति का उपदेश देते हुए शबरी के लिए भामिनी शब्द का प्रयोग किया और कहा कि शबरी की भक्ति पूरे विश्व में अद्वितीय है।पवहारी बाबा आदर्श रामलीला ट्रस्ट यूसुफपुर में रामलीला का मंचन सैकड़ों साल पुराना है यहां बच्चे से लेकर बूढ़े तक रामलीला में अपनी भूमिका का निर्वहन बखूबी करते हैं। महीनो पहले से ही उनकी तैयारी शुरू हो जाती है रविवार को शबरी की भूमिका में जहां पांचों वक्त नमाज पढ़ने वाले कमल चन्द थे वहीं कमल चन्द के भाई फूल चंद, प्रख्यात गायक कलाकार मूलचन्द मासूम, शौकत, दिनेश आदि महत्वपूर्ण पाठ करते हैं। रामलीला समिति के अध्यक्ष पंचम सिंह रविवार को बालि की भूमिका में थे तथा तारा का महत्वपूर्ण किरदार निभाए अशोक दूबे। पंचम सिंह ने कहा कि रामलीला जहां आपसी सद्भाव को बढ़ाता है वहीं नवोदित कलाकारों के लिए यह एक कार्यशाला तथा नर्सरी के समान है।सामाजिक कार्यकर्ता ब्रज भूषण दूबे ने कहा कि इस प्राचीन रामलीला ने पात्रों की भूमिका निभाने वाले कई लोगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठापित किया है।कोषाध्यक्ष वीरेंद्र नाथ सिंह, व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेश जयसवाल, जनार्दन सिंह सर्वोदय, राम अवध कुशवाहा, डायरेक्टर उदय भान आदि ने सभी कलाकारों का हौसला बढ़ाते हुए उनका सम्मान किया। ब्रज भूषण दुबे ने सभी के प्रति आभार जताया।