ग़ाज़ीपुर, 12 अगस्त 2019 – जिला महिला चिकित्सालय मे ‘लक्ष्य’ कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन अस्पताल के सभागार में प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ तारकेश्वर की अध्यक्षता में रविवार को सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण शिविर में जिला महिला चिकित्सालय गाजीपुर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोहमदाबाद के सभी चिकित्सालय गुणवत्ता समिति के सदस्य व स्टाफ नर्स शामिल रहीं।जिला क्वालिटी मैनेजर डॉ वसीम सिद्धकी ने बताया भारत सरकार द्वारा चिकित्सा इकाइयों पर गुणवत्ता परक सेवा सुनिश्चित किए जाने तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाए जाने के उद्देश्य से इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम का संचालन आगे जिला महिला चिकित्सालय, जिला संयुक्त चिकित्सालय तथा अन्य प्रसव इकाइयों पर किया जाना है।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा मातृ-शिशु मृत्यु दर में गिरावट लाने के लिए ‘लक्ष्य’ योजना शुरू की गई है। इसमें प्रदेश के दर्जनों जिला चिकित्सालयों को शामिल किया गया है। योजना के अंतर्गत अस्पताल के प्रसव कक्ष, मेटरनिटी वार्ड, गायनी वार्ड, एसएनसीयू, कंगारु केयर वार्ड की चिकित्सा व्यवस्थाओं में गुणात्मक सुधार लाने की कवायद की जा रही है। ऑपरेशन थियेटर, लेबर रूम, एसएनसीयू में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण भी स्थापित किए जाने की योजना बनाई गई है।कार्यक्रम के दौरान एसीएमओ डॉ के के वर्मा ने बताया ‘लक्ष्य’ कार्यक्रम के द्वारा सभी प्रसव गृह और ऑपरेशन थियेटर को राष्ट्रीय मानक पर लाने के लिए अस्पताल का प्रमाणीकरण किया जाना है। साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी लोग मरीजों के साथ सम्मान का भाव रखें। साथ ही मानक प्रपत्र के अनुसार लेबर रूम में प्रथम चरण में डाक्टर एवं नर्सों को मरीजों के साथ उचित व्यवहार करना है। साथ ही लेबर रूम में प्रसव सेवा का निष्पादन सही ढंग से करना ताकि पूरी तरह से सुरक्षित रहे।
इस प्रशिक्षण शिविर में सेफ डिलीवरी एप, रिस्पेक्टफुल मेटरनिटी केयर, इमरजेंसी केयर आफ न्यूबॉर्न एंड प्री टर्म के साथ ही इनफेक्शन प्रिवेंशन इत्यादि के बारे में बताया गया। वहीं उपस्थित लोगों को वीडियो दिखाकर प्रशिक्षण दिया गया ताकि ‘लक्ष्य’ कार्यक्रम को शत-प्रतिशत सफल बनाया जा सके।
इस प्रशिक्षण शिविर में डॉ गुलाब शंकर सिंह, डॉ उमेश कुमार, एसीएमओ डॉ आर के सिन्हा, डबल्यूएचओ के एसएमओ डॉ पंकज सुथार ने प्रशिक्षण दिया।