(गाजीपुर)। रेवतीपुर थाना क्षेत्र के तिजियानरायन के पोखरे के पास स्थित ठाकुर बारी मंदिर से वर्षों पहले अष्टधातु की करोड़ों की तीन मूर्तियां चोरी हुई थी। इनमें में भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति शुक्रवार को मंदिर के पीछे झाड़ी में बोरे में मिली, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया। मूर्ति मिलने पर पुजारी सहित भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई।मालूम हो कि 25 दिसंबर 2019 की रेवतीपुर गांव के तिजियानरायन के पोखरे के पास स्थित ठाकुर बारी मंदिर में का दरवाजा तोड़कर चोर गर्भगृह से अष्टधातु की भगवान वेंकटेश्वर, श्रीदेवी एवं भूदेवी की करीब दो-दो फीट मूर्तियां चुरा ले गए थे। घटना की जानकारी लोगों को सुबह हुई थी। पुजारी दामोदर प्रपन्नाचार्य ने घटना की तहरीर दी थी। मुकदमा दर्ज कर पुलिस चोरों की तलाश में जुट गई थी। शुक्रवार को नाई सीताराम की नजर ठाकुरबारी मंदिर के पीछे झाड़ी में पड़े बोरे पर पड़ी। वह रस्सी बनाने के लिए बोरा लेने लिए पास पहुंचा। बोरा उठाया तो देखा कि वह काफी वजनी था। इस पर उसने इसकी जानकारी लोगों को दी। कुछ ही देर में मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। मंदिर के पुजारी भी वहां पहुंच गए। लोगों ने बोरा खोला तो देखा कि उसमें भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति पड़ी थी, जो मंदिर से अन्य मूर्तियों के साथ चोरी हुई थी। लोगो ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष रितेश द्विवेदी ने बताया कि मंदिर से तीन मूर्ति चोरी गई थी। इन मूर्तियों में से एक भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति सड़क के किनारे मंदिर के पास झाड़ी में बोरे में मिली। आशंका है कि पिछले दिनों आई बाढ़ के दौरान शायद किसी ने बोरे में रखकर मूर्ति को यहां फेंक दिया होगा। यहां मूर्ति मिलने से यह बात सामने आ रही है कि मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले शायद आसपास क्षेत्र के ही है। मामले की छानबीन शुरु कर दी गई है।