बिहार में होमगार्ड बहाली के लिए रास्ता साफ हो गया है। होमगार्ड के डीजी ने नवंबर तक बहाली करने की बात कही है। भागलपुर में आठ साल से बहाली प्रक्रिया लंबित है। चयनित अभ्यर्थी नियुक्ति नहीं होने से परेशान हैं। धरना व प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अब उनकी परेशानी दूर होलने वाली है।
वर्ष 2011 में होमगार्ड बहाली के लिए सूबे के जिलों में चयनित अभ्यर्थियों का रोस्टर तैयार किया गया था। गृह विभग और होमगार्ड मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद कई जिलों में 2015 तक बहाली की प्रकिया पूरी कर ली गई लेकिन भागलपुर समेत कुछ जिले में अबतक बहाली की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई थी। शारीरिक जांच के बाद करीब 450 अभ्यर्थियों का रोस्टर तैयार किया गया था। बहाली के लिए अभ्यर्थी कई बार डीएम को पत्र लिखकर और मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी। यहीं नहीं पटना में भी अभ्यर्थियों ने सरकार तक बात पहुंचाने के लिए धरना व अनशन किया गया था लेकिन नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई। वर्ष 2006 में करीब दो सौ होमगार्डो की बहाली के बाद नई बहाली नहीं की गई है। विभाग में करीब 15 प्रतिशत होमगार्ड यंग है। जबकि शेष जवान पचास पार उम्र के हैं। सरकारी दफ्तर से लेकर प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में होमगार्ड जवानों की ही तैनाती की जाती है।