गाजीपुर :योगी के पुलिस अफसरों की तानाशाही इस कदर बढ़ गई है कि अब थाने में फर्जी मुकदमे भी दर्ज कर लिये जा रहे है। अब थाने में प्रत्यक्ष प्रमाण की जरूरत नहीं बस आरोप ही काफी है चाहे वह झूठा हो या सही तुरंत थाने में एफआईआर दर्ज हो जाएगी।
एक ऐसा ही मामला गाजीपुर जिले के जमानियां कोतवाली क्षेत्र के महली ग्राम सभा के बभनपुरा गांव का है। जहां राशन के गल्ले की दुकान में बीते दिनों प्रधान पर आग लगाने का आरोप लगाते हुए कोटेदार अशोक राजभर ने कोतवाली में लिखित तहरीर दी थी। कोटेदार के तहरीर पर ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। लेकिन प्रधान के तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वही महली ग्राम प्रधान उमेश यादव ने बताया कि मामला झूठा व निराधार है। संचालक द्वारा स्वय आग लगा कर मुझे झूठा फंसाने की साजिश रची गयी है। फायर ब्रिगेड़ की रिपोर्ट भी आ गई है जिस में साफ-साफ लिखा है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगा हुआ है। जिससे साफ जाहिर होता है कि कोटेदार द्वारा लगाए गए आरोप निराधार और झूठा हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्राधिकारी डॉ. तेजवीर सिंह से हम प्रधान संघ मिलकर कोटेदार के खिलाफ जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है। अगर कोटेदार अशोक राजभर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो हम प्रधान संघ आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
ग्राम प्रधान उमेश यादव ने मनोज गुप्ता एआरो पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्हीं के साजिश व प्राइवेट कर्मी रामप्रकाश के बहकावे में आकर एफआईआर कराया गया है। अगर कोटेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा नहीं किया गया तो प्रधान संघ आंदोलन को बाध्य होंगे।
वहीं क्षेत्राधिकारी डॉ. तेजवीर सिंह ने बातचीत में मीडिया से बताया कि प्रधान संघ ने एक तहरीर दी है जांच कर रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जमानिंया के महली ग्राम प्रधान उमेश यादव पर कोटेदार अशोक राजभर ने झोपड़ी में आग लगाने का आरोप लगाया गया है। आज प्रधान संघ ने लिखित तहरीर दी है रिपोर्ट आ जाने के बाद जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।