नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हुई बारिश से दर्जनों कच्चे मकान धराशायी हो गए। इसके मलबे में दबकर पांच लोगों की मौत के बाद लोग सहम गए हैं। मकान जमींदोज होने से कई परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए। लगातार बारिश से शनिवार को जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। सड़कों का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर गया जिसके चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जलजमाव होने से आवागमन ठप हो गया। उधर एनएच-29 पर देवकठियां के पास बबूल का पेड़ गिरने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान बारिश के दौरान अपने खेतीबारी के काम में लगे रहे। दानापुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों में पटरियों पर बारिश का पानी आने से विभिन्न ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। शाम को बारिश थमने के बाद लोग जरूरी काम के लिए अपने घरों से बाहर निकल सके।
लगातार हो रही बारिश से लोगों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित रही। पूरे दिन लोग घरों में दुबके रहे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। जरूरी काम से निकले लोग काम निबटा कर जल्दी-जल्दी घर वापसी में लगे रहे। नगर के विभिन्न मोहल्लों नवकापुरा, मिश्र बाजार, रजदेपुर आदि में बारिश का पानी की जलनिकासी नहीं होने के कारण नाली का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर गया जिसके चलते लोगों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। वहीं नगर के लंका, सकलेनाबाद, मिश्र बाजार, नवाबगंज सहित विभिन्न मोहल्लें में जलजमाव के चलते लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हुई।