गाजीपुर/भांवरकोल। इन्द्रासन राय ग्राम प्रधान संगठन के ब्लाक अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुने गए थे,वही अध्यक्ष हैं और आगे भी रहेंगे।इसी तरह संरक्षक रामदुलार यादव रहेंगे।संगठन में खाली पदों पर विधानसभा चुनाव के बाद विचार होगा।संगठन को कमजोर करने की किसी साजिश को नाकाम कर दिया जाएगा।रविवार को ब्लाक मुख्यालय पर वीरपुर प्रधान प्रतिनिधि राजकिशोर राय की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।दो तिहाई से अधिक संख्या में प्रधानों ने किसी और को अध्यक्ष और संरक्षक मानने से इनकार कर दिया।
संगठन की बैठक अध्यक्ष इंद्रासन राय की ओर से बुलाई गई थी।यह बैठक बुलाने की तब जरूरत पड़ी जब कुछ दिनों पहले संगठन से बगावत कर कुछ प्रधानों ने कथित रुप से नया अध्यक्ष और संरक्षक चुनने का दावा किया था।पहले तो उन लोगों ने आज की बैठक में प्रधानों को आने से रोकने की कोशिश की।जब यह कोशिश कामयाब नहीं हुई तो एक सामानांतर बैठक बुलाई।जब उसमें भी सदस्य नहीं जुटते हुए दिखे तो इसी बैठक में शामिल होने की रणनीति बनाई।लेकिन यहां अधिकांश प्रधानों का रुख देखकर समझौते की बात शुरू कर दिए।इसी बीच पुलिस प्रशासन ने पहुंच कर आदर्श आचार संहिता का हवाला दे बैठक रोक दिया। इंद्रासन राय ने कहा किबैठक बुलाने की परिस्थितियों से आप सभी वाकिफ हैं।हर राजनीतिज्ञ की इच्छा होती है कि गांवों में उनकी पकड़ हो,उनकी चले।सांसद, विधायक, प्रमुख भी चाहते हैं कि गावों में उनका सीधा हस्तक्षेप हो।इस इच्छा और महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए ग्राम प्रधानों को अपने मातहत रखना चाहते हैं।इसके लिए हर तरकीब अपनाते हैं।प्रदेश में सत्ता चाहे भाजपा की हो या सपा ,बसपा की।ग्राम प्रधान के कार्य और अधिकार में सभी कटौती करने पर आमादा हैं।वृध्दावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, प्रधानमंत्री आवास ,विवाह अनुदान से लगभग ग्राम पंचायतों को बाहर कर दिया गया है।बगैर एक रुपए अतिरिक्त दिए प्रदेश सरकार ने अपनी उपलब्धि दिखाने के लिए प्रधानों को पंचायत भवन,सामुदायिक शौचालय बनाने के लिए बाध्य किया गया।आने वाली सरकार और हस्तक्षेप बढ़ाएगी यह तय है।अभी हमारा चुनाव हुए कुछ दिन बीते हैं गांवों में विरोधी तैयार बैठे हैं।कहीं कहीं तो विरोध शुरू हो चुका है।जांच के लिए अप्लीकेशन डाले जाने लगे हैं।अधिकारियों को जांच के नाम पर प्रधान का उत्पीड़न और शोषण करने का मौका मिल जाता है।थाना, ब्लाक और तहसील पर प्रधान की सुनने वाला कोई नहीं है।
ऐसी परिस्थितियों में संगठन की जरूरत महसूस होती।शक्तिशाली के लिए तो संगठन उतना आवश्यक नही है लेकिन कमजोर को हर मौके पर संगठन की जरुरत है।यह कमजोर होगा तो उत्पीड़न और हस्तक्षेप बढेगा।आप सभी समझदार और चुने हुए प्रतिनिधि हैं।अब तक संगठन ने जरूरत पर अनेक साथियों की मदद की है।यह कार्य आप सभी के सहयोग से ही संभव हो पाया।कभी भी जरूरत पड़ने पर 15-20 प्रधान साथी तहसील थाने पर पहुंचते हैं तभी दबाव बनाकर हम लोग मदद कर पाते हैं।इसे कमजोर मत होने दीजिए।कमजोर करने की कोशिश में जुटे लोगों की साजिश को नकाम करना होगा।यह हमारी एकजुटता से ही संभव है। इस मीटिंग में पूरे 42 ग्राम प्रधान उपस्थित थे जिसमें क्रमशः इंद्रासन राय अध्यक्ष राम दुलार यादव संरक्षक कमलेश यादव प्रधान ज्ञानपुर यादवेंद्र कुमार यादव सोनवानी लाल बहादुर सुखडेहरा चंद्रमोहन राजभर सजना रामावती देवी आलापुर अच्छेलाल राम खड़डीहा मोहम्मद बाबर अली महेंद्र पवन कुमार देवरिया महेश यादव शाहपुर रविंद्र सिंह यादव नसीराबाद समीर पासवान ताराव राम प्रकाश सिंह यादव लोहार पुर उमाकांत यादव धनेठा श्री राम टोडरपुर मुन्ना यादव जयदेपुर गीता देवी मलसा मोहम्मद जुबेरअहमद पखनपुरा रामगोविंद लोचाईन नीतीश कुमार राय मसौनी गोपाल प्रसाद मनिया सुशांत कुमार ठाकुर माचा बबलू कुमार रानीपुर फैशल अंसारी मिर्जाबाद जयानंद राय शेरपुर आशीष राय अवथही रामप्रवेश राय जोगा मुसाहिब बेचैनी देवी फिरोजपुर ओम प्रकाश मुर्किअगाध रणजीत यादव गोड़ी रामकृपाल यादव परसदा रामदुलार यादव पलिया बृजेश राम सकडेहरी मोहम्मद नौशाद अहमद मुडेरा हरिशंकर रेडमार हरिवंश राम रेवसडा राम लाल बलुआ टप्पा शाहपुर जुनैद महेशपुरमैं प्रधान संघ अध्यक्ष इंद्रासन राय आश्वासन देता हूं कि किसी भी ग्राम प्रधान के साथ कोई भी कार्य किसी भी समय पड़ेगा तो मैं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर संभव प्रयास करूंगा क्योंकि समस्या का समाधान हो जाए मैं किसी भी प्रधान का अहित नहीं होने दूंगा और प्रधानों के साथ जहां भी जाना होगा मैं हमेशा उनके साथ हूं और साथ रहूंगा मैं यह चाहता हूं कि प्रधान भाइयों का संगठन और एकजुटता बना रहे जिससे हम लोगों के संगठन कमजोर ना हो तभी हम किसी भी लड़ाई को आसानी से लड़ सकते हैं मैं समस्त प्रधान भाइयों का धन्यवाद देता हूं l