भांवरकोल:महामृत्युंजय महायज्ञ के लिए ब्लॉक मुख्यालय स्थित सरहमाडीह किनवार कीर्ति स्तंभ पर आज शनिवार को भगवान शिव के जयकारे के बीच भब्य कलश यात्रा निकाली गई ।यज्ञाधीश राजगुरु मठ वाराणसी के पिठाधिश्वर दण्डी स्वामी श्री अनंतानंद सरस्वती जी महाराज की अगुवाई में जलयात्रा धूमधाम से निकली। हाथी, घोड़ा गांजे बाजे के साथ रंग बिरंगे परिधानों में सजी महिलाओं, युवतियों एवं पुरूषों के हर हर महादेव के जयकारे से पुरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया।
जलयात्रा यज्ञ स्थल से शुरू होकर ब्लाक मुख्यालय भांवरकोल ,बदौली होते हुए बीरपुर गांव का भ्रमण करते हुए गंगाघाट पहुंची। श्रद्धालुओं द्वा गंगा स्नान के बाद आचार्य गोवर्धन मिश्रा ने वैदिक मंत्रोचार के बीच मुख्य यजमान अरविन्द कुमार राय सहित उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं को गंगा पूजन उपरांत जलभरी कर कलश यात्रा पुन: यज्ञ मंडप में पहुंच कर मंडप में विधिवत स्थापित की गयी।
इस मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्बचन देते हुए कहा कि अनंन्तानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि यज्ञ से समाज का संस्कार होता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ के दौरान बैदिक मंत्रों के बीच यज्ञ में दी गई आहूति को देवता गण सूक्ष्म रूप से यज्ञ में उपस्थित होकर ग्रहण कर जीव को आशीर्वाद देते हैं। जिससे उन्हें दैहिक,भौतिक एवं सांसारिक संन्तापों से मुक्ति मिलती है। इस मौके पर मुख्य यजमान इंजीनियर अरविंद कुमार राय, संन्तोष राय, डा0 ब्यासमुनी राय, मुक्तीनाथ राय, रामभुवन राय, देवेन्द्र राय, विमलेश राय, मनोज राय, दिनेश पांन्डेय, छांगुर राय, राजेश राय पिन्टू, कमलेश शर्मा, नागा दूबे, संजय पाण्डेय, हर्ष राय, अवधेश राय,दुर्गा राय, हिमांशु राय,झिंगुरी राय, बी एन पाठक, ब्रम्हानंन्द पांन्डेय आदि लोग शामिल रहे।