भांवरकोल:ब्लाक क्षेत्र के सहरमाडीह में चल रहे सात दिवसीय महामृत्युंजय महायज्ञ के चौथे दिन मंगलवार को पूजा अर्चना तथा परिक्रमा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।यज्ञाचार्य दंडी स्वामी अनंतानंद जी महाराज ने बताया कि यज्ञ स्थल के परिक्रमा करने से जन्म-जन्म के पापों का नाश होता है और संपूर्ण तीर्थ का फल प्राप्त होता है। यज्ञ के बारे में बताया कि यज्ञ साक्षात भगवान है , ब्रम्ह वैवत पुराण के अनुसार, यज्ञ नहीं होगा तो वृष्टि नहीं होगी , वृष्टि नहीं होगी तो मनुष्य नहीं होंगे।
आगे बताया कि व्यक्ति को पद मिलने पर अगर मद आवे तो समझो विनाश निश्चित है। पद जो भी मिले उसे प्रसाद समझ के सेवा करनी चाहिए।प्रसाद किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं होता।सबके लिए होता है।इसलिए आप कोई भी पद प्राप्त होता है तो उसे प्रसाद समझकर सेवा करनी चाहिए ।
अगर वह ऐसे करता है तो अनेक वर्षों तक पद पर बना रहेगा। जहां अपना समझकर राज करोगे तो धीरे धीरे पतन की तरफ चला जाओगे।क्योकि राजा के लिए पूरी प्रजा पुत्र के समान है।राजा वहीं श्रेष्ठ है जिसके राज्य में धर्म का उत्थान हो।वहीं आचार्यों द्वारा किए जा रहे वैदिक मंत्रों के उच्चारण से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। इस दौरान प्रवचन रासलीला कार्यक्रम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। वही युवा गायक कल्पनाथ यादव ने अपने भक्ति गायन से सभी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया।
इस मौके पर भागवत कथावाचक पo नरेंद्र भार्गव ,इंजी0 अरविंद राय, नायाब तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव, सन्तोष राय, हर्ष राय, अक्षयानंद महाराज, सर्वजीत चैतन्य महाराज, संजीव कुमार त्यागी, बिमलेश राय, अमित राय, गीता राय मदन दुबे,कमलेश राय, दुर्गा राय समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।