गाजीपुर: किसानों की खुशहाली हेतु चौधरी चरण सिंह को सच्ची श्रद्धान्जली शुक्रवार को देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मा० स्व० चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर कृषि विभाग द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र पी०जी० कालेज गाजीपुर के प्रागण मे किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाया गया।
किसान सम्मान दिवस एवं किसान मेला के मुख्य अतिथि माननीय जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सपना सिंह, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की उपस्थिति में फीता काटकार एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम में उपस्थित हुए सभी किसानों को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि किसान मेला हमारे लिए एक उत्तम उत्पादन की सिख है। उन्होने नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एण्ड टेक्नोलाजी योजना के अन्तर्गत किसान मेला भी आयोजित किया गया।जिसमे कृषि एवं अन्य विभाग के उर्वरक, बीज, रसायन, कृषि यन्त्रो तथा मृदा परीक्षण, फसल बीमा, पशु बीमा, यू०पी० डास्प (जैविक खेती) मत्स्य, दुग्ध, उद्यान विभाग, रेशम विभाग के स्टाल लगाये गये थे। कृषि विज्ञान केन्द्र पी०जी० कालेज / आकुशपुर गाजीपुर के बैज्ञानिको द्वारा रबी फसलो की नवीनतम तकनीकी की जानकारी कृषको को दी गयी।मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कृषि विभाग से बलवन्त कुमार सिंह, गेहूँ उत्पादन में प्रथम पुरस्कार श्री रमाशंकर यादव गेहू उत्पादन में द्वितीय पुरस्कार रामलाल राजभर, सरसों उत्पादन में प्रथम पुरस्कार श्री अच्छेलाल कुशवाहा, सरसों उत्पादन में द्वितीय पुरस्कार श्री प्रफुल्ल कुमार राय धान उत्पादन में प्रथम पुरस्कार श्री अजय राय, धान उत्पादन में द्वितीय पुरस्कार तथा पशु पालन, दुग्ध, पशुपालन डेरी में केले की खेती में प्रथम स्थान पाने वाले शेरपुर खुर्द निवासी अश्वनी कुमार राय पुत्र कमला प्रसाद राय सहित अच्छे कार्य करने वाले 30 कृषकों को मुख्य अतिथि माननीय जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सपना सिंह द्वारा प्रथम पुरस्कार रू0 7000 एवं द्वितीय पुरस्कार 5000 का प्रमाण पत्र एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
केले की खेती करने वाले भांवरकोल के शेरपुर गांव निवासी अश्वनी राय पुत्र कमला प्रसाद राय का चयन उद्यान विभाग द्वारा किया गया । अश्वनी राय ने बताया कि बाढ़ के पूर्व में मटर, हरी मिर्च, टमाटर की खेती की जाती थी। पर बाढ़ क्षेत्र होने के कारण फसल नष्ट हो जाती थी। चार हेक्टेयर में करीब आठ लाख की लागत से केले की खेती टिश्यूकल्चर के माध्यम से की गई है। लागत तो निकल ही गई है, अब बेहतर मुनाफा भी हो रहा है।इसके साथ ही किसानों को केले की खेती के लिए जागरूक भी कर रहे है, जिससे अधिक से अधिक किसान केले की खेती कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सकते हैं
जिलाधिकारी ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन किसानों के सम्मान का दिन है। कृषि तथा सम्बन्धित विभाग मिलकर किसानों की समस्याओं का समाधान करें। चरण सिंह की असली श्रद्धान्जली यही होगी। किसान एफ०पी०ओ० बनाकर अपना उत्पादन सीधे विदेश भी भेज सकते है। जिला प्रशासन ए०पी०डा० के माध्यम से किसानो के उत्पाद की विक्री के निरंतर प्रयास मे रहता है। मुख्य विकास अधिकारी ने किसानों से रसायन मुक्त खेती के लिए अपील की उनका कहना है कि गंगा के किनारे के गाँव में डास्प द्वारा जैविक खेती कराई जा रही है। दूसरे किसान भी प्रशिक्षण प्राप्त कर यह कार्य कर सकते है। मेले मे उपस्थित कृषको को कृषि सम्बन्धी जानकारी प्रदान की गयी तथा उप कृषि निदेशक महोदय द्वारा कृषको को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गयी। इस अवसर पर उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी एवं सम्बन्धित समस्त अधिकारी व कर्मचारी के साथ किसान उपस्थित रहे।
(अजय कुमार यादव की रिपोर्ट)