गाजीपुर। कोतवाली पुलिस ने सराहनीय कार्य करते हुए दुर्घटना में मृत युवती के हत्याकांड का पर्दाफाश किया है। पति ने 30 लाख रूपये बीमा की धनराशि को हड़पने के लिए अपनी पत्नी की हत्या कर उसे दुर्घटना का रूप दे दिया था। इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने आज मीडिया को बताया कि मृत युवती आशुतोष दुबे निवासी सरलापुर थाना करण्डा की पत्नी थी, आशुतोष दुबे ने इस शादी के बाद भी गांव में दूसरी शादी कर ली थी। पता लगने पर उसके ससुराल वालो ने भी मुकदमा दर्ज कराया था, दो शादी होने की वजह से परिवार में काफी कलह था, पहली पत्नी को हटाने के लिए और 30 लाख बीमा की राशि हड़पने के लिए व इस कलह को समाप्त करने के लिए आशुतोष ने अपने ही गांव के प्रिंस सिंह उर्फ लड्डू पुलिस रमेश सिंह, राकेश केसरी पुत्र सियाराम केसरी निवासीगण सरलापुर थाना करंडा के साथ मिलकर योजना बनाकर मृत युवती को सम्राट ढाबा से आगे बुलाया और अपनी काली रंग के स्कार्पियो पर बैठा लिया और तीनो ने मिलकर उसकी गला दबाकर उसकी हत्या कर लार्ड कार्नावालिस के आगे उसकी लाश और स्कूट को एक्सीडेंट का रूप देने के लिए फेंक दिया, जिससे लगेगे कि उसकी मौत दुर्घटना में हुई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चला की उसकी गला दबाकर हत्या की गयी है तो कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम के संयुक्त अभियान चलाकर इस घटना क्रम का खुलासा किया और प्रिंस सिंह और राकेश केसरी को गिरफ्तार कर धारा 302, 301 में चालान करते हुए जेल भेज दिया।