थानाध्यक्ष बागिश बिक्रम सिंह मौके पर पहुंच गए और तत्काल उसे अस्पताल भेजवाया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक के पास से मिले आधार कार्ड से उसकी शिनाख्त जमानिया कोतवाली के बैरनपुर देवा निवासी जितेंद्र राम (33) के रूप में हुई। पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दी । परिवार के लोग रोते- बिलखते अस्पताल पहुंच गए। मृतक के पिता अमर नाथ ने पुलिस को बताया कि युवक जितेंद्र राम तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। वह बुधवार को ही सूरत से प्राइवेट नौकरी से छुट्टी लेकर होली मनाने गांव आया था। गांव से वह अपने ससुराल महना अपनी पत्नी लालसा को लेने बाइक से जा रहा था।
बताया कि मां मीना देवी ने उसे मना किया था कि आज थके हुए सूरत से आए हो आराम कर लो, अगले दिन सुबह जाकर पत्नी को ले आना, लेकिन वह बातों को अनसुना कर रात को ही बाइक से ससुराल के लिए चल पड़ा। हादसे के बाद से ही पत्नी लालसा देवी सहित अन्य परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल था। जबकि गांव में चीख-पुकार मची हुई थी।