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कोटेदार ने चर्चित ग्राम प्रधान को दी जान से मारने की धमकी! फर्जी मुकदमे में फंसाने की रची साजिश

गाजीपुर :योगी के पुलिस अफसरों की तानाशाही इस कदर बढ़ गई है कि अब थाने में फर्जी मुकदमे भी दर्ज कर लिये जा रहे है। अब थाने में प्रत्यक्ष प्रमाण की जरूरत नहीं बस आरोप ही काफी है चाहे वह झूठा हो या सही तुरंत थाने में एफआईआर दर्ज हो जाएगी।

जिस तरह से सूबे के सत्ता में योगी सरकार आई तो लोगों को लगा कि इस देश से भ्रष्टाचार और गुंडाराज खत्म हो जाएगी। लेकिन इसका जस्ट उल्टा हो गया। और लोगों के आफतें दिनों दिन बढ़ता जा रहा है, जिस पुलिस अफसरों के पास लोग उम्मीद के न्याय का गुहार लगाते हैं अगर वही पुलिस अफसर भ्रष्टाचारी हो जाए तो लोग न्याय की गुहार लगाने कहां जाएंगे। बोलिए योगी जी! इन लोगों के लिए कौन सा न्यायपालिका बनेगा।

एक ऐसा ही मामला गाजीपुर जिले के जमानियां कोतवाली क्षेत्र के महली ग्राम सभा के बभनपुरा गांव का है। जहां राशन के गल्ले की दुकान में ग्राम प्रधान पर आग लगाने का आरोप लगाते हुए कोटेदार अशोक राजभर ने कोतवाली में लिखित तहरीर दी हैं। कोटेदार के तहरीर पर ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। लेकिन प्रधान के तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे ग्राम प्रधान अपने न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है अब जाये तो जाये कहां शिवाय थाने के न्याय तो वही मिलेगा।

कोटेदार अशोक राजभर का आरोप है कि महली गांव के ग्राम प्रधान उमेश यादव ने हमारे गल्ले की दुकान में तेल छिड़ककर आग लगा दी है जिससे दुकान में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।

कोटेदार का आरोप है कि राशन कार्ड में नाम कटने व राशन वितरण- मिट्टी का तेल को लेकर ग्राम प्रधान से काफी समय से रंजिश चली आ रही थी। जिसका नतीजा मुझे भुगतना पड़ा।

वही चर्चित ग्राम प्रधान उमेश यादव ने बताया कि मामला झूठा व निराधार है। संचालक द्वारा स्वय आग लगा कर मुझे झूठा फंसाने की साजिश रची गयी है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि कोटेदार अशोक राजभर ने मेरे दरवाजे पर चढ़कर मुझे भद्दी-भद्दी गालियां तथा जान से मारने की धमकी दिया है। जिसकी सूचना तहरीर के माध्यम से थाने में दे दी है।

इस पूरे प्रकरण में कोतवाल विमल कुमार मिश्रा का कहना है कि तहरीर मिल गई है मुकदमा दर्ज कर लिया गया है मामले की जांच की जा रही है।