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जागरूकता ही है हृदय रोग से बचाव – एसीएमओ डॉ केके सिंह

29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाएगा जिसके लिए जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में 27 सितंबर को एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा जिसमें हृदय रोग के कारण और उपाय के बारे में चर्चा की जाएगी। साथ ही 29 सितम्बर को कार्डियोलॉजी विभाग में जन जागरूकता कार्यक्रम किया जाएगा।

नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ केके सिंह ने बताया – हृदय रोगों के बढ़ने का कारण अव्यवस्थ‍ित दिनचर्या, तनाव, गलत खान-पान, पर्यावरण प्रदूषण आदि हैं, जिससे यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। अधिकांश मामलों में हृदय रोग का प्रमुख कारण तनाव ही होता है और मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं भी हृदय रोगों को जन्म देती है। छोटी उम्र से लेकर बुजर्गों तक में हृदय से जुड़ी समस्याएं होना अब आम बात हो गई है।

डॉ केके सिंह ने बताया कि हृदय रोगों का तेजी से बढ़ना और उससे होने वाली मौतों के आंकड़ों को देखते हुए, हृदय के प्रति गंभीर रवैया अपनाने की आवश्यकता है। इसके लिए जरूरी है कि हृदय के प्रति कुछ सावधानियां अपनाई जाए और उनका सख्ती से पालन किया जाए। इन सभी बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना व सावधानी रखना अनिवार्य है। उन्होने कहा कि हृदय को स्वस्थ रखने के लिए कई उपाय सहायक सिद्ध हो सकते हैं –

· प्रतिदिन अन्य कार्यों की तरह ही व्यायाम के लिए भी समय निकालें।

· सुबह और शाम के समय पैदल चलें या घूमने निकलें।

· भोजन में नमक और वसा की मात्रा कम कर लें, अधिक मात्रा में यह हानिकारक होते हैं।

· ताजे फल और सब्जियों को आहार में शामिल करें।

· तनावमुक्त जीवन जिएं। तनाव अधि‍क होने पर योगा व ध्यान के द्वारा इस पर नियंत्रण करें।

· धूम्रपान का सेवन बिल्कुल बंद कर दें, यह हृदय के साथ ही कई बीमारियों का कारक है।

· स्वस्थ शरीर और दिल के लिए भरपूर नींद लें।

एसीएमओ डॉ केके वर्मा ने बताया कि पूरे विश्व में हृदय के प्रति जागरूकता पैदा करने और हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए विभिन्न उपायों पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से दुनियाभर में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व हृदय दिवस मनाने की शुरूआत सन 2000 में की गई थी। इसकी शुरूआत के समय यह तय किया गया था कि हर साल सितंबर माह के अंतिम रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाया जाएगा। लेकिन 2014 में इसके लिए एक तारीख निर्धारित कर दी गई, जो 29 सितंबर थी। तब से प्रतिवर्ष 29 सितंबर के दिन विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है।