ताज़ा खबर

सर सैयद मिशन पर कार्य करने की जरूरत प्रोफेसर फुरकान कमर

जनपद गाजीपुर शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय एम ए एच इंटर कॉलेज गाजीपुर में आज रात शाम 6:00 बजे से भारत में आधुनिक शिक्षा के जनक सर सैयद अहमद खान की 202 वी जयंती धूमधाम से मनाई गईl कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ की तिलावत से की गई lप्रधानाचार्य मोहम्मद खालिद अमीर अमीर ने मेहमानोंका परिचय कराया और माल्यार्पण की के रस्म अदा की गईl
विद्यालय के प्रबंधक हाजी मोहम्मद वारिस हसन खान एडवोकेट द्वारा मेहमानों को विद्यालय मिंटू भेंट किया गयाl तत्पश्चात सर सैयद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर वक्ताओं ने विचार प्रस्तुत किया और शायरों ने अपनी शायरी के माध्यम से सर सैयद के विचारों एव भावनाओं को प्रासंगिक बताया l
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद केंद्रीय हिमांचल प्रदेश एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तथा जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली में इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर फुरकान कमर ने अपने संबोधन में कहा कि सर सैयद एक व्यक्ति का नाम नहीं बल्कि एक तहरीक का नाम हैl वह तहरीक जो हिंदुस्तान में मुल्क की तरक्की के आधुनिक शिक्षा की आवश्यक आवश्यकता को पहली बार महसूस ही नहीं किया

बल्कि उस पर अमल करते हुए वर्तमान में विश्वविद्यालय का मूल रूप दियाl आज पूरे भारत में सर सैयद मिशन पर कार्य करने की जरूरत है lबच्चों में तालीम वातावरण एवं अच्छे संस्कार की जरूरत है lक्वालिटी कैसे लाएं योग्य शिक्षक का होना जरूरी है lशिक्षण संस्था बनाने में समान की जरूरत होती है l
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद काशी हिंदू विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर ताबीर कलाम ने सर सैयद के द्वारा लिखी गई पुस्तक के हवाले से कुछ ऐसी प्राचीन इमारतों का जिक्र किया ,जिस पर पुरातत्व विभाग भारत सरकार को संज्ञान में लेना आवश्यक है lउन्होंने कहा कि सर सैयद ऐसे व्यक्ति थे, जो जबरदस्त विरोध के बावजूद वैज्ञानिक एवं आधुनिक दर्शन को आगे बढ़ाया lकुरीतियों अंधविश्वास एवं नफरत का विरोध ज्ञान और सदाचार से किया lमदन मोहन मालवीय और सर सैयद अहमद खान ने आधुनिक शिक्षा पर बल दिया l
प्रधानाचार्य मोहम्मद खालिद अमीर ने सुझाव दिया कि सर सैयद दिवस के आयोजन में केवल डिनर के बजाय उसके मिशन को आगे बढ़ाने के लिए भी कुछ ठोस काम करने की जरूरत है lउन्होंने उपस्थित श्रोताओं से अपील की कि अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं में प्रबंधकीय विवाद को समाप्त करके उसे आधुनिक शिक्षा का केंद्र बनाने हेतु समुदाय के प्रबुद्ध एवं प्रभावी लोगों की एक समिति गठित की जाए जो ऐसे विद्यालयों में जाकर सभी पक्षों से हार्दिक वातावरण में बातचीत करके वर्तमान आवश्यकता के अनुरूप तैयार करने हेतु प्रेरित करेंl उन्होंने यह भी आह्वान किया कि सभा में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति सर सैयद के ख्वाबों को पूरा करने के लिए अपने अपने क्षेत्र में एक कार्य योजना बनाकर अमल पैदा होने का संकल्प ले lअफीम फैक्ट्री के मैनेजर श्री अब्दुल राहुफ नायक ने अपने खिताब में सर सैयद को अपने युग का महान विचारक बतायाl उन्होंने कहा कि मनुष्य का हृदय कितना ही उदार हो किंतु जब तक उस पर उत्कृष्ट शिक्षा का प्रभाव नहीं पड़ता उस समय तक उसकी प्रत्येक प्रतिभा जो उसमें निहित है lउजागर नहीं हो सकती lइसलिए विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार पैदा करने की जरूरत हैl सर सैयद ने दीन और दुनिया अर्थात धर्म ज्ञान और विज्ञान की शिक्षा दोनों की वकालत की है lसंसार के अन्य देशों में हमारा देश अतुलनीय है lजो प्रेम और सॉरी को स्थान देता है lऔर यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है l
भोपाल मध्य प्रदेश से आए हुए मकबूल वाजिद साहब ने सर सैयद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर रोशनी डाली है lइस अवसर पर उबेददुर रहमान ने कहा कि सर सैयद अहमद ने गाजीपुर में ही साइंटिफिक सोसाइटी की स्थापना की थी lवे दूरदर्शी होने के साथ-साथ दार्शनिक विचारों से संपन्न थे l
एसपी पीएससी गोरखपुर से आए जनाब कमल किशोर ने अपनी शायरी के माध्यम से खूब वाहवाही बटोरीl उन्होंने कहा जिंदगी का कम से कम सामान होना चाहिए lमौत का लंबा सफर आसान होना चाहिए lइश्क की बाजी में बर्बादी अकेली दिल की हैl इनमें आंखों का भी कुछ न कुछ नुकसान होना चाहिएl और रोज मर जाते हैं एक दो लोग, दिल के शहर में दिल के अंदर एक कब्रस्तान होना चाहिए l
प्रयागराज से आए प्रमोद इलाहाबादी ने अपनी शायरी से लोगों का दिल जीता विद्यालय के प्रबंधक हाजी मोहम्मद वारिस हसन ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा विद्यालय में आयोजित सर सैयद अहमद खान के जीवन एवं उनके कारनामों पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कियाl इस अवसर पर जनपद के प्रसिद्ध पत्रकार मोहम्मद शौकत खान एवं खान अहमद जावेद को मंच से मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गयाlअंत में मजाज का लिखा हुआ तराना विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गयाl यह मेरा चमन है, मेरा चमन हैl मैं अपने चमन का बुलबुल हूं l
इस अवसर पर मैनेजर इम्तियाज़ अहमद, पूर्व प्रधान जमालुद्दीन खान, सैय्यद अहमद गाज़ी, श्री मोहम्मद मजहर हुसैन, तनवीर अहमद खान ,हुमायूं खान शाहनवाज खान ,आसिफ खान बादशा राही, मुकेश श्रीवास्तव, डॉक्टर रूहुल्लाह तबरेज खान, आकाश सिंह, डॉक्टर रियाज अहमद ,सलाहुद्दीन, जीशान हैदर, मोहम्मद जावेद ,राजेश कुमार सिंह, संतोष कुमार कुशवाहा, नदीम अहमद, गुलाम हुसैन, मोहम्मद इस्माइल ,आसिफ फारूकी, नाजिम रजा, सीनियर एडवोकेट राम सूरत सिंह, आफरीन ,सिराज हैदर ,लाइक सईदुल हसन, सैफुद्दीन ,मोहम्मद रफी ,मोहम्मद सलीम, शहाबुद्दीन तैयब, इबरार अहमद खान, मोइनुद्दीन ,मनोज यादव ,आनंद कुमार ,विनोद कुमार ,मोहम्मद इस्लाम मुर्शिद खान ,संदीप कुमार आदि शहर के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे lकार्यक्रम का संचालन श्री अनवारुल हसन खान ने कियाl