क्या आपके पास ढेरों ऐसे कपड़े हैं जिन्हें अब नहीं पहनते। बच्चों के खिलौने हैं जो अब वे नहीं खेलते। पुराने बर्तन हैं जो ट्रेंड से बाहर हो गए। इन सामानों को किसी जरूरतमंद को देना चाहते हैं तो सीधे चले आइए कचहरी पुलिस आफिस स्थित ‘नेक की दीवार’ तक। दरअसल नेकी की दीवार का मतलब है जिनके पास जरूरत से ज्यादा कपड़े, बर्तन, जूते, खिलौने आदि हैं उसे यहां दे जाएं और जरूरतमंद इसे यहां से ले जाएं। इसका कोई शुल्क नहीं लगेगा।
जिले के चर्चित युवा समाजसेवी विवेक सिंह ‘शम्मी’ समाजसेवी के नेतृत्व में 10-12-19 यानी मंगलवार को इस नेक की दीवार का उद्घाटन किया गया। अपने खास प्रोजेक्ट में शामिल करते हुए जनता से अपील किया है कि वह भी नेक की दीवार पर आकर गरीब जनता का सहयोग करें। नेक की दीवार हर दिन सुबह 9.30 से 12.30 तक जनता के लिए खुली रहती है।
इस नेक दीवार को जनता के सामने लाने के पीछे युवा समाजसेवी विवेक सिंह ‘शम्मी’ की सोच थी। उद्घाटन के दिन ही करीब 200 से ज्यादा कपड़े लोगों को बांटे गए। यानी उद्घाटन के दिन सैकड़ों कपड़े जरूरतमंदों को बांटे गए।
नेक की दीवार युवा समाजसेवी विवेक सिंह ‘शम्मी’ के नेतृत्व में लगाए गए हैं। ये 10-12-19 से लेकर 12-12-19 के शाम तक बटेगा। इस योजना का शुभारंभ होते ही गरीबों के चेहरे खुशी से खिल उठें। और सुबह से ही लोग वहा आकर अपनी जरूरतमंद कपड़े लेकर गए।
वही जिले के होनहार युवा समाजसेवी विवेक सिंह ‘शम्मी’ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस नेक पहल की शुरुआत करने का मात्र एक ही उद्देश्य था। ठंड के प्रकोप से गरीबों को बचाने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। गरीबों को ठंड से बचाने के लिए नेक की दीवार बनाई है जिसके जरिए लोग अपने घरों में रखे पुराने गर्म वस्त्र गरीब और जरूरतमंद लोग के लिए यह रख सकें और गरीब आकर इसका लाभ उठा सकें।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर जरूरतमंद लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें गर्म वस्त्र दिए जाते हैं तो वह ठंड से कांपते रहते हैं लेकिन वस्त्र लेने के लिए तैयार नहीं होते हैं ऐसे में नेट की दीवार उनकी मदद करेगी, और गरीब जरूरतमंद लोगों को काफी मदद मिलेगा।
वही बाल संरक्षण अधिकारी गीता श्रीवास्तव ने कहा कि नेक की दीवार से निशुल्क वस्त्र गरीब जरूरतमंद लोगों की सामाजिक दृष्टि से सेवा करना पुण्य का काम हैं। तेजतर्रार युवा समाजसेवी विवेक सिंह ,शम्मी’ के जरिए समाजसेवा के लिए किए जा रहा यह कार्य काफी सराहनीय है। इनके इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा जितनी की जाए उतना ही कम हैं। इसमें पहल की चर्चा जिले में जोरों पर हैं।
देश में जब से भाजपा की सरकार आई है तब से लोग तबाह हो गए हैं। जिस उम्मीद से लोग भाजपा सरकार को सत्ता में लाएं, उन लोगों के उम्मीदों को धोकर रख दिया हैं।
कभी देश के सैनिक पर राजनीत तो कभी महिलाओं की सुरक्षा पर लेकिन इन सारी चीजों पर भाजपा सरकार राजनीत करने का अखाड़ा बना दिया हैं।
भाजपा सरकार कभी किसानों के करजा माफी का वादा तो कभी युवाओं की रोजगार की बात तो कभी सीमा सुरक्षा की बात करके इस देश की भोली-भाली जनता को लॉलीपॉप देकर लुभाने का काम कर रहा है।
जिस तरह से हैदराबाद उन्नाव दिल्ली निर्भया कांड जैसे वारदातों से तो लग रहा है कि इस देश में रामराज आ गया हैं। अपराधी बेखौफ नजर आ रहे हैं जो सड़क पर चल रहे महिलाओं और लड़कियों के साथ वारदात को अंजाम देकर आसानी से चले जा रहे हैं। और इस देश की रामराज वाली सरकार हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई हैं। इन तीनों घटनाओं ने पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया हैं। लेकिन लोग करें तो करें क्या, जाए तो जाए कहां, इस रामराज वाली सरकार को वोट देकर लोग फंस गए हैं। झेलना तो पड़ेगा ही।
इसी को देखते हुए गाजीपुर जिले के होनहार युवा समाजसेवी विवेक सिंह ‘शम्मी’ ने ठंड के प्रकोप से जरूरतमंदों को बचाने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। गरीबों को ठंड से बचाने के लिए नेक की दीवार बनाई है जिसके जरिए लोग अपने घरों में रखे पुराने गर्म वस्त्र गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए यहां रख सकें। और गरीब जरूरतमंद उसका लाभ ले सकें।
इस मौके पर युवा समाजसेवी विवेक सिंह ‘शम्मी’, जी माउन्ट लिटेरा स्कूल के डायरेक्टर मोहित श्रीवास्तव, अविनाश राय, आटो चालक यूनियन के अवधेश, छात्रनेता परवेज, क्षत्रिय महासभा के राजकुमार सिंह, इमरान, धर्मेन्द्र सिंह, लड्डन आदि लोग उपस्थित रहे।