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अच्छे संस्कार से ही मानव व्यक्तित्व का विकास:इंजीनियर प्रमोद सिंह

चौसा/बक्सर:प्रखण्ड क्षेत्र के जलीलपुर पंचायत में समाजिक संस्था आवाज का सुपर मॉम का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम में माताओं को अच्छे संस्कार अपने बच्चों में पैदा करने के लिए उन्हें अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।

इस मौके पर इंजीनियर प्रमोद सिंह ने कहा कि अपने बच्चों में अल्पायु में ही अच्छे संस्कार पैदा करने चाहिए। संस्कारों की सृजना माता-पिता से शुरू होती है। अच्छे संस्कार से मानव व्यक्तित्व का विकास होता है, जबकि गलत कार्य उसको अंधकार की ओर ले जाते हैं। अच्छे संस्कार हैं क्या? अधिकतर लोग इससे अनजान हैं। पढ़-लिखकर बड़ा अधिकारी बनना, पैसा कमाना, अच्छे कपड़े पहनना, अच्छा खाना यह अच्छे संस्कार नहीं हैं। अच्छे संस्कार का मतलब हर जीव को सम्मान देना है। चाहे वह इंसान हो या जीव-जंतु।

आवाज सँस्था के संयोजक शिक्षक मनोज सिंह ने कहा आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा से अवगत कराते कहा कि बच्चो में अच्छे संस्कार एवं शिक्षा के सामाजिक उत्थान में संस्था योगदान कर रही है जो आने वाले समय में विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।

सुपर माँम के तहत सम्मानित माँ अम्बिका देवी ने दैनिक फॉर मीडिया के एक प्रश्न के जबाब में कही की प्रत्येक व्यक्ति को अपने बच्चों में अच्छे संस्कार पैदा करने के लिए प्रयास करना होगा। संस्कारों की कमी के कारण विशेषकर युवा वर्ग बुजुर्गों का सम्मान करना भूलता जा रहा है। आवश्यकता है युवाओं में अपने बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना के सृजन करने की।
जो बच्चे, छोटे-बडे़ का सम्मान, वृद्धों और गरीब-मजलूमों की सहायता करते हैं उन्हें आयु, विद्या, यश, बल की प्राप्ति होती है। कहा कि पृथ्वी पर चीजें परमात्मा की इच्छा से चल रही हैं।

संस्कारों की इस पाठशाला में छात्रों का उत्साह देखने लायक था। ढेरों सवाल उनके मन में उथल-पुथल मचा रहे थे। ज्ञानमाता ने जिज्ञासाओं को किस्से-कहानियों और क्रियायोग के जरिए शांत किया।इस मौके पर कमलेश कुमार आर्य, सुदर्शन सेठ, पूर्व मुखिया सुखराज सिंह, पूर्व मुखिया रामनिवास सिंह, मुन्ना सिंह पहलवान, गोल्ड मेडल विजेता व पूर्व बिहार केशरी बृजेश सिंह उर्फ पिन्टू पहलवान , धर्मेंद्र सिंह, पंकज सिंह अखिलेश सिंह ,अनिल सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।