गाजीपुर:परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। शव यात्रा शनिवार सुबह गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर क्षेत्र के बर्नवाल गली स्थित नए मकान से निकाली गई। इसमें शामिल हजारों लोग आंखों में फक्र के आंसू लिए रसूलन बीबी अमर रहें आदि नारे लगाते चल रहे थे।इस बीच जगह-जगह लोगों ने ताबूत पर फूल अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विभिन्न रास्तों से होते हुए यात्रा धामूपुर गांव स्थित कब्रिस्तान में पहुंची। इसके बाद शव को सुर्पुद-ए-खाक किया गया। बर्नवाल गली में स्थित नए मकान से तिरंगा से लिपटे शव को परिवार के साथ ही अन्य लोगों ने कंधा देकर ताबूत को फूलों से सजे पिकअप वाहन पर रखा।इसके बाद दिन में साढ़े 11 बजे शव यात्रा शुरू हुई। यात्रा में शामिल तमाम लोग हाथों में तिरंगा लेकर चल रहे थे। लोगों के दिलों दिमाग में देश पर मर-मिटने वाले शहीद अब्दुल हमीद की पत्नी के जाने का गम था, तो दूसरी तरफ फक्र भी। रसूलन बीबी अमर रहे के नारे चहुंओर गूंज रहे थे।
शव यात्रा दुल्लहपुर त्रिमुहानी, शहीद चौक जलालाबाद, अमारी रेलवे क्रासिंग होते हुए धामूपुर में स्थित पुराने पर पहुंची। यहां गांव के लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया। इसके बाद धामूपुर गांव स्थित शहीद वीर अब्दुल हमीद पार्क में करीब डेढ़ बजे यात्रा पहुंची।इस मौके पर जिलाधिकारी के बाला जी, पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी, विधायक सुनीता सिंह, कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय आदि ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित की।इसके बाद इलाहाबाद मध्य यूपी एमपी सबेरी के बिग्रेडियर आरपी सिंह, कर्नल वाराणसी 39 जीटीसी बटालियन विजेंद्र सिंह, वाराणासी कमांडर एसएम 315 फील्ड रेजिमेंट एसएन डीबी सिंह 12 एनसीसी बटालियन गाजीपुर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए सलामी दी। इसके बाद जनाजे की नमाज अदा की गई। इसके बाद शव यात्रा पार्क से कुछ दूरी पर स्थित कब्रिस्तान में पहुंची, जहां उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।