उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के फेफना थाना क्षेत्र में सोमवार को टीवी चैनल के पत्रकार रतन कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सोमवार देर शाम को घटित हुई इस घटना के बाद प्रशासनिक अमले में भी हड़कंप मच गया है। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। यह घटना फेफना गांव के प्रधान के घर के नजदीक हुई। वहीं, इस हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर फिर से सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
बलिया के एसपी देवेंद्रनाथ ने बताया, ‘झगड़े के दौरान पाटीदारों ने पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी है। पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है।’ पत्रकार की हत्या से जिले में हड़कंप मचा हुआ है, जबकि पत्रकारों के बीच रोष व्याप्त है। पुलिस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है।
पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या
पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या
‘पाटीदारों से चल रहा था लंबे वक्त से विवाद’
पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि ग्राम प्रधान के घर के अंदर यह घटना हुई है। इसके तथ्यों और कारणों का पता किया जा रहा है। इनका पाटीदारों से विवाद रहा है। माना जा रहा है कि इसी वजह से यह घटना घटित हुई है। एसपी ने परिवारवालों से घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि फेफना निवासी पत्रकार रतन सिंह का गांव में पुराना मकान है, जहां पाटीदारों से विवाद चल रहा है। इसी विवाद में दो साल पहले उनके भाई की हत्या हुई थी। सोमवार की देर शाम वह अपने पुराने मकान पर गए थे तभी बदमाशों ने उनको दौड़ा लिया। जान बचाने के लिए वह फेफना ग्राम प्रधान सीमा सिंह के घर में घुस गए।
जान बचाने के लिए प्रधान के घर में घुसे लेकिन…
आरोप है कि मामले में आरोपियों ने घर में घुसकर रतन सिंह को सिर में गोली मारी और मौके से फरार हो गए। इस दौरान घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। अपराधियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी चल रही है।
यूपी कांग्रेस चीफ ने किया ट्वीट
इस हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट किया है। अजय कुमार लल्लू लिखते हैं, ‘उत्तर प्रदेश सरकार पत्रकारों का दमन करती है। बदमाश बेखौफ होकर हत्या करते हैं। अभी बलिया में पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हर रोज, हर घंटे बेगुनाहों की हत्या। मुख्यमंत्री जी नैतिकता कब जगेगी। अब और कितनी लाशें, कितने खून।’