गाज़ीपुर न्यूज़

पंचतत्व में विलीन हुए सजंय शेरपुरिया के पिता

गाज़ीपुर की शहीदी धरती शेरपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी देवनारायण राय के पुत्र एवं प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता बालेश्वर राय का कल नई दिल्ली में निधन हो गया जिनका अंत्येष्टि शेरपुर कला स्थित गंगा घाट पर पूरे वैदिक विधि-विधान से हुई। उनके बड़े पुत्र त्रिलोकी नाथ राय ने मुखाग्नि दी।श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है।

ज्ञातव्य है कि 1942 करो या मरो आंदोलन में गाजीपुर के शेरपुर के 8 लोग तिरंगा फहराते हुए शहीद हो गए थे तथा कई लोग घायल हुए थे देवनारायण राय उसी शहीदी धरती के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे।

जिन्होंने अंग्रेजों से लोहा लेते हुए लंबी जेल यात्रा सही थी उनके पुत्र बालेश्वर राय सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे तथा गांव को भी राष्ट्रीय फलक पर पहुंचाने में उनका अमूल्य योगदान है 2 वर्ष पूर्व उनके ही सुझाव पर शेरपुर गांव में राष्ट्रीय स्तर का वालीबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जो भारत में पहला बालीवाल प्रतियोगिता था।

जो राष्ट्रीय स्तर पर एक गांव में आयोजित हुआ था ज्ञातव्य है कि उनके पाँच पुत्र व दो बेटियों है।जिसमे इनके पुत्र प्रसिद्ध सामाजिक उद्यमी संजय राय शेरपुरिया भी जैविक खेती करने वाले भारत में सबसे बड़े किसान के रूप में विश्व प्रसिद्ध हो चुके हैं क्योंकि भारत में 13000 हजार हेक्टेयर में खेती करने वाले सबसे बड़े जैविक किसान है।

अंतिम संस्कार में काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत पo श्रीकांत मिश्र ,ओमप्रकाश राय, रामप्रकाश राय, जयप्रकाश राय,अभय नारायण राय, राजेश राय पप्पू, प्रदीप राय , जिला प्रचारक संघ प्रेमशंकर ,गौरव ,राघवेंद्र उपाध्याय बुच्चू , मुरारी राय,राजकुमार शोखा,ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जयानंद राय मोनू, पूर्व प्रधान जयप्रकाश राय, धनन्जय राय, टिंकू राय,कृष्ण कुमार राय,त्रिलोकीनाथ राय, जितेश राय, त्रिलोकी वर्मा, स्वदेश राय सपन, मिथलेश राय,प्रकाश राय ,अशोक राय, शिवजी राय, राजू राय, अभिषेक राय आदि लोगो ने श्रद्धांजलि दी।