गाजीपुर : जमानियां थाने में तैनात मीरजापुर जनपद के चील्ह थाना क्षेत्र के थुलुआ गांव निवासी उपनिरीक्षक अनिल कुमार सिंह को मंगलवार की दोपहर शहर कोतवाली के राइफल क्लब के सामने से वाराणसी के भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) की टीम ने 15 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया। घंटों पूछताछ के बाद मुकदमा कर दारोगा को जेल भेज दिया गया।
जमानियां कोतवाली के गोपालपुर निवासी कृष्णा कुमार सिंह से एक मुकदमे से नाम निकालने के लिए एसआइ अनिल कुमार सिंह ने 15 हजार रुपये की मांग की थी। ऐसे में कृष्ण कुमार सिंह ने एंटी करप्शन में इसकी शिकायत की। टीम लीडर निरीक्षक अशोक कुमार सिंह के दिशा-निर्देश पर रुपये देने के लिए कृष्ण कुमार ने मंगलवार को एसआइ को राइफल क्लब बुलाया।
यह भी पढ़ें
भूकंप से बचाव को आपदा टीमों ने किया अभ्यास
जैसे ही एसआइ ने घूस की रकम ली, टीम ने उसे दबोच लिया और कोतवाली लेकर आई। गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, विनोद कुमार यादव, संध्या सिंह, मुख्य आरक्षी शैलेंद्र कुमार राय, सुशील कुमार यादव आदि रहे। यह है पूरा मामला
शिकायतकर्ता कृष्णा कुमार के अनुसार बीते 13 दिसंबर को पट्टीदारों ने उसके माता-पिता के साथ मारपीट की थी। इस पर उसने मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद विपक्षियों ने क्रास एफआइआर कराया। इसमें कृष्णा के साथ ही उसके चाचा को भी नामजद किया गया। कृष्णा का कहना रहा कि उसके चाचा नहीं थे और यह एफआइआर फर्जी है। आरोप लगाया कि जब उसने एसआइ से शिकायत की तो, प्रति व्यक्ति नाम निकालने के लिए उन्होंने दस-दस हजार रुपये की डिमांड की। काफी अनुरोध करने पर एसआइ ने 15 हजार रुपये की मांग की और कहा कि चलो मैं अपना हिस्सा छोड़ दे रहा हूं। इस पर कृष्णा ने एंटी करप्शन में शिकायत की।