मोहम्मदाबाद क्षेत्र के परसा गाँव में आजकल रामकथा मंदाकिनी बह रही है. कथा प्रेमी गोता लगाकर तृप्त हो रहे हैं. द्रष्टव्य है हनुमान मंदिर, परसा में महावीर सेवा संघ द्वारा हर वर्ष अनंत चतुर्दशी के अवसर पर पर नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन होता है. इस वर्ष भी १ सितम्बर से ९ सितम्बर तक श्रीराम कथा आयोजित है. इस वर्ष कथा के लिए काशी से मानस गंगा प्रियंका पाण्डेय आयी हुई हैं.व्यासपीठ से बोलते हुये उन्होंने कहा कि संशय पतन का कारण है. मानस में जब सती जी को राम पर संदेह हुआ, उसी वक्त सती का पतन शुरू हो गया. भगवान शिव ने राम पर उनके द्वारा संदेह करने के कारण त्याग दिया गया. उसी का परिणाम रहा कि सती बिन बुलाये शिव की अवज्ञा करके अपने पिता दक्ष के यहाँ गयी. वहाँ शिव का अनादर देखकर उन्हें अत्यंत कष्ट हुआ. ग्लानि बस उन्होंने देह को अग्निकुण्ड में भस्म कर डाला .मानस में सती का प्रसंग वास्तव में अवज्ञा का प्रसंग है, जो अत्यंत कष्टकारी है।आगे कहा कि आपके बीच यहां आकर मैं स्वयं को धन्य मानती हूं कि प्रभु की चर्चा करने, उनके गीत गाने और इस कथा रूपी मंदाकिनी में डूबने का अवसर मिल रहा है। यह ऐसी नदी है जिसमें डूबेंगे तो तर जाएंगे।
इस अवसर पर धीरेश राय पप्पू,धर्मराज राय,संजय राय, राजेश राय,रोशन राय, पवन राय, विनय राय,अनूप ठाकुर,उत्कर्ष राय,उपेन्द्र यादव, शिवमंगल यादव, चंदन राय,अमित राय,हीरू राय,शैलेंद्र राय, डिम्पू राय, मिंटू राय,पप्पू राय, कैलाश राय, वीरेंद्र यादव, शिवनाथ बिंद,अमरनाथ राय, गब्बर राय,उमा राय, रमेश राय,विजेंद्र राय,जंगबहादुर राय,भगवान कुशवाहा, ओमनरायन राय,डिम्पल राय आदि की गरिमामय उपस्थिति रही. संचालन राजेश राय पिंटू ने किया.