गाज़ीपुर न्यूज़

कोटेदार के दबंगई से परेशान होकर ग्राम प्रधान व ग्रामीण उतरे सड़क पर…

भाजपा सरकार जिस तरह से सत्ता में आई तो लोगों को लगा कि अब यूपी में गुंडाराज और भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगी। लेकिन इसका उल्टा हो गया, आय दिन राशन कार्ड व राशन वितरण घोटाले के मामले को लेकर भाजपा सरकार आज कल खूब चर्चा में है। सरकार की भ्रष्टाचार के दावों की पोल उनके विभागीय अफसर व कोटेदारों ने खोल कर रख दी है।

ऐसा ही एक मामला जमानियां थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव का है। जहां राशन कार्ड व राशन वितरण के मामले में ग्रामीणों ने कोटेदार पर लंबे घोटाले का आरोप लगाया हैं। बताया जाता है कि कोटेदार राशन लेने गए लोगों से अभद्र व्यवहार तथा दबंगई करता है और लोगों के अंगूठे लगाकर उन्हें राशन नहीं देता है। जब लोग विरोध करते हैं तो कोटेदार अभद्र व्यवहार और उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की बात कहता हैं। लोगों के 6 महीने के राशन व मिट्टी का तेल विभागीय अधिकारी द्वारा मिलकर डकार गया। लोगों से मिट्टी का तेल व राशन में पैसे बढ़ाकर लेता है। यानी राशन के दुगने पैसे लोगों से वसूल ता है। लोगों के अंगूठे लगवा कर किसी के 3 महीने तो किसी के 6 महीने का राशन व मिट्टी का तेल अभी दिया नहीं है। जब लोग अपने राशन लेने के लिए कोटेदार के पास जाते हैं तो कोई न कोई बहाना बनाकर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देता है। यही नहीं लोगों के साथ अभद्रता व दबंगई भी दिखाता है। गांव के लोग विभागीय अधिकारियों से गुहार लगा लगा कर थक गये है। कोटेदार के खिलाफ कई बार लोगों ने एसडीएम को पत्र सौंपा है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारी कई बार आये और जांच में अनियमितता भी पाये, लेकिन कोटेदार उनके जेब गर्म कर उन्हें भेज देता है। इससे साफ जाहिर होता है कि आपूर्ति विभाग इंसपेक्टर, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारि और जिला पूर्ति अधिकारी के मिलीभगत से कोटेदार घोटाला करता है।

ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रविंद्र ने कहा कि लोगों से राशन कार्ड बनवाने के नाम पर 10 रुपये के बजाये 200 तो किसी से 300 रुपये वसूले जाते हैं। मिट्टी के तेल 33 रूपये के बजाय 40 रुपये में देता है।और राशन तौल- माप में 20 किलो के बजाय 10 किलो ही देता है किसी को 10 किलो के बजाय 5 किलो ही देता है।

प्रधान प्रतिनिधि रविंद्र ने इसकी शिकायत एसडीएम से की थी लेकिन उसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। अधिकारी कोटेदार की जांच करते हैं और अनियमितता पाने पर अपने जेब गर्म कर चले जाते हैं। ग्रामीणों को आश्वासन देते हैं कि जल्द ही कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। प्रधान संघ ग्रामीणों ने कहा कि कोटेदार का कोटा अगर नहीं निरस्त किया गया तो हम लोग जिला मुख्यालय एसडीएम का घेराव करेंगे साथ ही राशन का भी बहिष्कार करेंगे। अब देखने वाली बात यह होगी कि कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही कब तक किया जाता है। इस मौके पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रविन्द्र, सुबेदार, रामधीरज, रेशमी देवी, जन्गबहादुर , प्रमिला देवी, पुष्पा देवी, मीना देवी, शारदा देवी, राजेश, सुदामा, बिन्दु देवी, मोहन, सम्नौती देवी, साधु, सुदर्शन , आदि लोग उपस्थित रहे।