बलिया। तीसरी बार लाल निशान पार कर चुकी गंगा की लहरों ने तांडव शुरू कर दिया है। रविवार की सुबह बैरिया तहसील क्षेत्र के केहरपुर गांव की पानी टंकी व घर ताश की पत्तों की तरह लहरों में बिखर गया।
इससे केहरपुर, सुघरछपरा समेत आधा दर्जन गांवों में शुद्ध पेयजल का संकट खड़ा हो गया। वही, कटान से अफरा-तफरी मची है। नदी के जलस्तर में अभी भी प्रति घंटे तीन सेमी की रफ्तार से वृद्धि हो रही है। दूबेछपरा रिंग बंधा पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष गायघाट पर रविवार को नदी का जलस्तर सुबह आठ बजे 58.750 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां खतरा विन्दु 57.615 मीटर है।