गाजीपुर आसपास

तेरही मनी अनोखी तरह से लोग आश्चर्यचकित

(जावेद बिन अली)
उत्तर प्रदेश जनपद वाराणसी/ गाजीपुर l!राष्ट्रीय मार्ग वाराणसी गाजीपुर नंबर 31 पर स्थित थाना चौबेपुर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर पश्चिम जानिब स्थित परानापुर गांव में 10 साल से रहे पूर्व प्रधान डोमन यादव उम्र94 वर्ष की मृत्यु दिनांक 5 जनवरी को हुई थी गई थीl वह एक ऐसे प्रधान गुजरे थेl जिनके पास सिर्फ गांव के विकास के अलावा कोई चिंता नहीं रहा करती थी lजब उनका दाह संस्कार किया गया उस समय उनके लड़के के लड़के इंजीनियर शिवाजी यादव उर्फ बबलू और उनका छोटा भाई रामकुमार उर्फ गोरख इन लोगों ने दाह संस्कार में जो आए थेl सभी लोगों से हाथ जोड़कर कहा कि हम तेरही नहीं करेंगे lउसके बदले में हम गरीबों में कपड़े, कंबल बाटेंगे व पौधे लगाएंगेl इंजीनियर शिवाजी ने कहा कि अगर हम लोग इस तरह से तेरही का बहिष्कार करेंगे तो गरीब लोग भी इसी तरह बर्बाद नहीं होंगे जो परंपरा को ढोते ढोते खुद कर्ज में हो जाते हैंl
वही सिपाही रामकुमार उर्फ गोरख ने कहा कि लोग अगर अपने मां बाप की सेवा करें और उनका ध्यान रखें उनके ऊपर खर्च करें तो इससे अच्छा क्या होगा? मरने के बाद तो मां बाप भी नहीं देखते हैं कि हम क्या खा रहे हैं? क्या हमको खिलाया जा रहा है ?जब जीते जी अपने माता पिता या दादा को नहीं खिलाए तो मरने के बाद उनको क्या पता?
इंजीनियर शिव कुमार का कहना था अपने माता पिता या दादा को वृद्धावस्था में उनकी सेवा करना ही सबसे बड़ी सेवा होती है! उसी गांव के एक पड़ोसी गांव के युवक सनातन यादव से इस फैसले के बारे में जब पूछा तो उन्होंने कहा यह फैसला सबसे अच्छा फैसला है lऔर हम सभी लोगों को मानना चाहिal
इस घोषणा के बारे में जब मैंने मुंबई में रहने वाले सामाजिक चिंतक ,कई किताबों के लेखक शिव कुमार यादव से पूछा तो उनका कहना था हम शुद्ध हैंl हम तमाम शूद्रों को इस मनुवादी तेरेही की व्यवस्था से छुटकारा पाने के लिए इस तरह की घोषणा करके अपने बुजुर्गों की सेवा करना ही सबसे उत्तम कार्य है l