धर्म/आस्था

साधना में यदि समर्पण मिल जाए तो चार चांद लग जाता है: फलाहारी बाबा

सुहवल:क्षेत्र के डुहिया गांव स्थित श्री हनुमंत लाल जूनियर हाई स्कूल परिसर में चल रहा श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में शनिवार को श्रद्धालुओं की भीड़ लग रही। इस मौके पर महामंडलेश्वर संत शिवराम दास फलाहारी बाबा ने कहा कि साधनहीन को ईश्वर पहले मिलता है व संपन्न व्यक्ति को बाद में। ध्रुव व प्रहलाद को बहुत कम समय में परमात्मा की प्राप्ति हुई, जबकि विश्वामित्र कर्दम ऋषि को देर से। साधना में यदि समर्पण मिल जाए तो चार चांद लग जाता है।

जीवन की समस्याओं का समाधान मन मुखी से नहीं गुरु मुखी संत मुखी और शास्त्र मुखी होने पर ही संभव है। संसार के लोग हाथ मिलाने पर मिलते हैं, लेकिन भगवान हृदय मिलाने से मिलता है। गुरु कृपा से शिष्य में समत्व का समावेश होता है, शिष्य के अंदर गुण रहे पर गुण का अभिमान नहीं होना चाहिए। नम्रता को कायरता और महानता को मजबूरी समझना भी बहुत बड़ी गलती है। किसी प्रश्न का उत्तर अलग से नहीं होता। प्रश्न से प्रश्न करने पर प्रश्न का उत्तर स्वत: सामने आ जाता है। जीवन भी एक गणित है यदि श्रद्धा रूपी सूत्र पर जीवन रूपी मैथ को सेट कर दे तो मृत्यु रूपी उत्तर अनुकूल और सहज हो जाता है। मृत्युलोक में मृत्यु ही अटल सत्य है इसलिए मृत्यु को सहर्ष स्वीकार करना ही हमारी सबसे बड़ी बुद्धिमता है। मृत्यु से बचने का प्रयास छोड़कर पाप से बचने का सतत अभ्यास करना चाहिए। इस मौके पर अरुणराय, रामनाथ यादव, गौरी शंकर राय, उमेश राय, बृजेश राय मौजूद रहे।