गाजीपुर आसपास

डुमराव नरेश ने पर्यावरण बचाने निकले डॉ0 सानन्द को किया सम्मानित

गाजीपुर। सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस गाजीपुर के प्रबंध निदेशक, कश्मीर से कन्याकुमारी तक, 7500 किलोमीटर के पर्यावरण जागरूकता अभियान एवं शहीद सम्मान के साइकिल यात्रा के संयोजक डॉक्टर सानंद सिंह का इस देश की सर्वोच्च रियासत डुमराव महाराज बिहार की पावन पवित्र भूमि पर आज सम्मान समारोह आयोजित किया गया।     महाराज ने पूर्व की जानकारी के आधार पर डॉक्टर सानंद सिंह को सीधे अपने भोजपुर कोठी में लगभग 15 दिन पहले पूर्व सूचना देकर के सम्मान देने की बात कही थी । उसी कार्यक्रम के अनुसार डॉक्टर सानंद सिंह डुमराव महाराज के भोजपुर कोठी पहुंचे । जहां उनके स्थानीय मित्रों, साहित्यकारों ,प्रिंसिपल एवं समाजसेवी लोगों के साथ डुमराव महाराज चंद्र विजय सिंह की ओर से अपने  भोजपुर कोठी में ,सम्मानित किया गया ।यह सम्मान लोक सेवा में लोक संस्कृति का सम्मान है । एक स्वस्थ पत्रकार के रूप में जब इस सम्मान को मैं देखता हूं। आजादी के बाद जब लोकतंत्र पूरी तरह से भारत में है । भारत की सारी रियासतों का लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अंतर्गत विलय कर लिया गया है । तब एक समाजसेवी और पर्यावरण विद का डुमराव महाराज  सम्मान बहुत मायने रखता है।     डॉक्टर सानंद सिंह समाजसेवी राजनीतिक एवं शिक्षाविद व्यक्ति हैं ।  उन्होंने अपने जीवन के कार्यक्रमों में कश्मीर से कन्याकुमारी तक की 13 प्रांतों की पर्यावरण जागरूकता अभियान की साइकिल यात्रा का संयोजन किया है। यात्रा का समापन 30 जनवरी 2020 को कन्याकुमारी विवेकानंद मेमोरियल  तमिलनाडु में किया जा चुका है । उसके बाद शहीद सम्मान की पद यात्राएं गाजीपुर जनपद के उनके सम्मान में निरंतर आयोजित की जा रही हैं।देश के विभिन्न हिस्सों में डॉक्टर  सानंद सिंह को आमंत्रित करके समाजसेवियों राजनीतिज्ञों शिक्षाविदों पर्यावरण के द्वारा सम्मान किया जा रहा है । लेकिन आज का सम्मान राजघराने की ओर से सम्मान है । जिसमें स्वतंत्र भारत के प्रथम एवं द्वितीय लोकसभा के सदस्य श्रीमान कमल सिंह ने भारत में एक अलग पहचान बनाई । पंडित नेहरू के लोकसभा में सबसे कम उम्र के लोकसभा सदस्य शाहाबाद क्षेत्र के दो बार निर्वाचित हुए ।  उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए लगातार प्रयत्न करके जनता के दिल में जगह बनाई । उनकी लोकप्रियता का प्रमाण था कि निर्दलीय सांसद भारत की संसद में सबसे कम उम्र के जीत के गए थे । भारत के गरीब लोगों के प्रति दयालुता का भाव सदस्य डुमराव की रियासत में रहा है । भारत के प्रमुख राजघराने उनके रिश्ते नाते में हैं ।आज राज्य परिवार के द्वारा दो प्रमुख आयोजन किए गए । एक प्रमुख पर्यावरण एवं शिक्षाविद के रूप में डॉ सानंद सिंह का सम्मान । तो दूसरा महाराजा कमल सिंह की स्मृति में स्मारिका के प्रकाशन हेतु एक समिति बनाई गई । डॉक्टर सानंद सिंह को इस समिति मैं रखा गया है । इस समिति के द्वारा स्वर्गीय महाराज के स्मृतियों को सजाने के लिए स्मारिका का प्रकाशन अति शीघ्र किया जाएगा । उसमें देश भर के विभिन्न महाराजाओं ,शिक्षाविदों एवं उनके चाहने वाले लोगों की ओर से लिखो को संकलित करने की योजना है । इसे मई के प्रथम सप्ताह में अर्पित कर दिया जाएगा । आज के सम्मान से अभिभूत  डॉक्टर सानंद सिंह ने अपनी ओर से उपस्थित सभी लोगों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की और आभार व्यक्त किया । उन्होंने यह बताया महाराज के द्वारा दिए गए सम्मान से मैं अभिभूत हूं । मेरे कार्यक्रमों को बल मिला है । यह कार्यक्रम पदयात्रा के गाजीपुर के बाहर भी शहीदों के सम्मान में चलाए जाएंगे । आम जनता के शैक्षिक उन्नयन के लिए महाराज के नाम पर शिक्षा  केंद्रों की स्थापना होगी । पर्यावरण जागरूकता अभियान के अंतर्गत डुमराव में या भोजपुर में महाराज के नाम पर वृहद वृक्षारोपण के कार्यक्रम चलाए जाएंगे दशानन सिंह ने यह भी बताया कि मेरे और डुमराव महाराज के परिवार से लगभग 70 वर्षों का पुराना रिश्ता है मेरे बड़े पिताजी स्वर्गीय जमुना सिंह जी डुमराव रियासत के मैनेजर रह चुके हैं और मेरे पिताजी डुमराव से हाईस्कूल पास किए हैं तब से लेकर के आज तक हम लोगों के अपने एक पारिवारिक रिश्ते हैं और उन रिश्तो को हमारे कार्यक्रमों से बल मिला है व्यक्तिगत रूप से महाराज पर्यावरण जागरूकता की नाभि यान कार्यक्रमों से और शहीदों के सम्मान से अत्यंत प्रभावित हैं और इन कार्यक्रमों को बल देने के लिए वह आगे आना चाहते हैं यह हम सबके लिए खुशी और गौरव का विषय है उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न महान हस्तियों के द्वारा इन कार्यक्रमों को बल दिया जा रहा है आज हमें सभी महाराज और उनके आयोजन समिति के प्रति अपनी ओर से आभार व्यक्त करते हैं आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से हम लोगों के साथ दिग्विजय उपाध्याय जी अमित रघुवंशी जी अनूप कुमार पांडे जी पत्रकार विकास राय जी प्रशांत कुमार सिंह जी अनुज सिंह जी मोती सिंह जी अजय कुमार सिंह जी प्रभुनाथ यादव पहलवान साहब लालबाबू सिंह विपुल राय जी गोविंद यादव आदि उपस्थित रहे!