भावरकोल/गाजीपुर: नागपंचमी पर्व पर जसदेवपुर के अखाड़ों पर दंगल का आयोजन किया गया। सभी अखाड़े गुलजार रहें कालांतर से कुश्ती का खेल नागपंचमी के दिन खास रहा है। सोमवार को कुश्ती में दांव आजमाने के लिए शहर और आसपास क्षेत्र के पहलवान अखाड़ा पर प्रतियोगिता में भाग लेने पहुँचे। लगभग पचासों पहलवानों जिनमें बच्चों से लेकर बड़े तक शामिल हुए, मिट्टी पर दांव पेंच वाली कुश्ती लड़ी।कुश्ती दंगल के मुख्याअतिथि जनपद के सबसे युवा ग्रामप्रधान ग्राम सभा बदौली के गयाशंकर यादव कुश्ती दंगल भारत का प्राचीन खेल है। आज के समय में देशी पहलवानी पर किसी का ध्यान नहीं है जबकि ये पहलवानी अंग्रेजी पहलवानी की तुलना में हर प्रकार से फायदेमंद है।सरकार भी इस खेल को प्रोत्साहन नहीं देती यह अखाड़ा बहुत पुराना है और नाग पंचमी के दिन कुश्ती की प्रतियोगिता कई वर्षों से हो रही है। आगे कहा कि बदलते दौर में कुश्ती की धमक कम पड़ती जा रही है। वर्तमान परिवेश में भी ये अखाड़ा आज भी कुश्ती को जीवंत किए हुए हैं। इस कुश्ती दंगल प्रतियोगिता में हजारो दर्शको ने पहलवानो का उत्साह वर्धन कर कुश्ती दंगल का आनन्द लिया ।