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मंदी से बन्द हो रही फैक्ट्रियो पर अखिलेश ने सरकार पर कसा तंज-कहा भाजपा को सरकाए चलाना नही आता

नई दिल्ली: घट रही बिक्री को देखते हुए सबसे बड़ी कर निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने अपने हरियाणा में स्थित गुरुग्राम प्लांट और मानेसर प्लांट में पैसेंजर व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस बंद करने का फैसला किया है। तो वहीं 87 वर्षों के इतिहास में पहली बार पारले की मुंबई स्थित फ़ैक्ट्री का 87 सालों में पहली बार बंद होगी। इस पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर करारा तंज कसा है , अखिलेश अपने एक ट्वीट में लिखते हैं – ‘आम जनता के बिस्कुट पारले की मुंबई स्थित फ़ैक्ट्री का 87 सालों में पहली बार बंद होना और आम जनता की गाड़ी मारुती के मानेसर प्लांट में शट डाउन होना अर्थव्यवस्था के डूबने का सूचक है। भाजपा को लोगों को लड़ाकर राजनीति करना आता है, लेकिन देश चलाना नहीं आता।

आपको बता दें कि कंपनी 7 और 9 सितंबर को मैन्युफैक्चरिंग नहीं करेगी। इन दोनों ही दिन कोई प्रोडक्शन नहीं होगा। जीडीपी, जीएसटी के बाद अब 8 कोर सेक्‍टर्स की विकास दर ने भी झ’टका दिया है। जुलाई महीने में 8 कोर सेक्‍टर्स की ग्रोथ घ’टकर 2.1 फीसदी पर आ गई है। जबकि पिछले वर्ष जुलाई में विकास दर 7.3 फीसदी थी।

इससे पहले वित्त मंत्रालय द्वारा अगस्त महीने के जीएसटी कलेक्शन की जानकारी सार्वजनिक कर दी गई। बीते रविवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में भारत का जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये से घटकर 98,202 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि अगस्त 2019 का मोप-अप पिछले साल के इसी महीने में एकत्र किए गए 93,960 करोड़ रुपये से 4.5 प्रतिशत अधिक था। हाल ही में जारी की गए जीडीपी के आकड़ो के अनुसार जीडीपी विकास दर भी 2019 के पहले तीमाही में 5 प्रतिशत पर आ गई है।

गौरतलब है कि देश में आर्थिक मंदी लगातार गहराती चली जा रही है जिसके चलते लोगों की नौकरी जा रही है और वित्तीय सं’क’ट का ख’त’रा गहरा रहा है। हाल ही में ऑटोमोबाइल सेक्टर में गई हजारों नौकरियां चिं’ता का विषय है। तमाम कंपनियाों की हालत भी ख’स्ता है। ऐसे में सरकार को इस समस्या से उबरने के लिए मजबूत कदम उठाने की ज़रूरत है।

भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तेजी से गिर रहा है। हाल ही में भारतीय रुपया इस साल के निचले स्तर 72.25 पर आ गया। इस साल अब तक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया करीब 3.5% नीचे है।