कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा देने का फैसला लिया है। वे 1 बजे राज्यपाल को इस्तीफा देने कैलान किया है। हम आपको यह भी बता दें कि सिंधिया समर्थक 22 बागी विधायकों के इस्तीफे के ऐलान के बाद कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गयी थी।
पिछले कुछ दिनों से सुप्रीम कोर्ट में चल रही रस्साकशी के बाद कोर्ट ने आज दो बजे फ्लोर टेस्ट के साथ लाइव प्रसारण की बात कही थी, मतलब सदन में जो होता पूरा देश देखता।
कमलनाथ ने अपने विदाई वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी सरकार ने मजदूरों किसानो के लिए काम किया, 15 महीने में हमने माफिया मुक्त प्रदेश बनाने की कोशिश की, साथ ही कहा कि प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात हुआ है। मेरा यही प्रयास रहा कि प्रदेश की तस्वीर बदले। बीजेपी पहले दिन से षडयंत्र रच रही थी। वहीं हिदुत्व मुद्दे पर भी बहुत बात की जिसमे उन्होंने कहा कि उन्होंने 15 महीने में 1000 से ज्यादा गौशाला बनवाये। कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि वे हमेशा कहते थे कि 15 दिन की सरकार है, अब बात यह भी सामने आने लगी है कि बीजेपी सरकार बनने के कयास के बीच निर्दलिय विद्यायक पाला बदलने के फिराक में भी दिखाई देने लगे है।